पवन सिंह और खेसारी लाल यादव में कौन था सबसे ज्यादा गरीब


July 31, 2021

भोजपुरी फिल्म के मशहूर अभिनेता खेसारी लाल यादव आज फैंस के दिलों पर राज करते हैं. खेसारी ने यह खास मुकाम अपने दम पर हासिल किया है। खेसारी के लिए भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री में अपने लिए जगह बनाना आसान नहीं रहा है जब पहले से ही कई सितारे धूम मचा रहे हैं. खेसारी ने एक्टिंग और सिंगिंग दोनों से फैन्स को अपना दीवाना बनाया है.

खेसारी आज भले ही एक चमकता सितारा हो, लेकिन अभिनेता के लिए यह सफलता हासिल करना बिल्कुल भी आसान नहीं था। खेसारी को कई समस्याओं का सामना करने के बाद यह पद मिला है जब वह कभी बरात नहीं जा पाए और एक बार लिट्टी चोखा भी बेचते थे। खेसारी लाल यादव ने अपनी गायकी से भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री में भी खूब धमाल मचाया है. कहा जाता है कि भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री में आने से पहले खेसारी सीवान जिले में भैंस चराते थे। खेसारी के एक दोस्त के मुताबिक वह 14 साल का था जब वह अपनी भैंस चराता था। तब वह बहुत सारे गाने गाता था।

खेसारी लाल यादव का बचपन संकट में बीता और उनके पिता चना बेचते थे और अपनी कमाई से मुश्किल से घर का खर्च चलाते थे। खेसारी लाल यादव बिहार के छपरा जिले में शुरुआती दिनों में घर की खराब हालत के चलते दूध बेचते थे. इतना ही नहीं, एक समय ऐसा भी था जब अभिनेता को पैसे के लिए बिहार का लोकप्रिय लौंडा नृत्य (एक लड़का जो महिलाओं की मुद्रा में नृत्य करता है) करना पड़ता था। वे शादियों आदि में लौंडा डांस करते थे। खेसारी का करियर सेट होने पर उन्हें जेल जाना पड़ा था। दरअसल टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्जा ने जब पाकिस्तानी क्रिकेटर शोएब मलिक से शादी की तो खेसारी लाल यादव ने उन पर गाना बना दिया. जिसके चलते सानिया ने उन पर मानहानि का मुकदमा दायर किया था। सानिया की शिकायत के चलते खेसारी को तीन दिन दिल्ली की तिहाड़ जेल में रहना पड़ा था

पवन सिंह रहने वाले आरा जिला बिहार से है लेकिन उनका जन्म कोलकाता पश्चिम बंगाल में हुआ था। पवन जी अपने चाचा जी के वजह से इस मनोरनजन वाली दुनिया में बचपन से कदम रख चुके थे। पवन सिंह को इस मुकाम पर पहुचने के लिये बहुत ही तकलीफ उठानी पड़ी उनके लिए यहाँ तक पहुँचना बिल्कुल आसान नही था। उनके चाचा जी अजित सिंह जी उनकी साईकल पर बैठा के स्टेज शो के लिये 30 किलोमीटर की दूरी तक ले जाते और रात रात भर कार्यकर्म करते। वो बेचे थे तो वो सो जाते थे तो उनके चाचा जी उन्हें आँख में पानी मार मार के उठाते और उनको गाने के लिये कहते। 

पवन सिंह जी कलकत्ता में पढ़ाई करते थे तो स्कूल जाते वक़्त वो गाने गाते थे तो आस पास के लोग उन्हें सुनते थे और उनके चाचा जी एक बार टाटा स्टेज शो करने गए थे तो जब वो वापस लौटे तो उनसे आस पास के लोग उनसे कहा कि उनका भतीजा बहुत अच्छा गाता हैं। फिर वो भूतनाथ मंदिर में एक कार्यक्रम में वो  पहली बार गाना गाय।उस दिन के बाद से उनके चाचा जी ने उनके प्रतिभा को पहचान लिया और आगे की ट्रेनिंग के लिये उन्हें वापस गाँव ले आया। धीरे धीरे वो अपनी पब्लिक की प्यार के वजह से उनको कामयाबी मिली।पवन सिंह ने गाने की फॉर्मल ट्रेनिंग अपेन चाचा जी से ली और फिर धीरे धीरे उन्हें गाना की सफलता मिलती गई और वो इंडस्ट्री का रुख कर लिया।

 पवन जी बचपन में पढ़ाई में ठीक नही थे उन्हें पढ़ाई याद नही होती पर वो जब गाना सुनते तो उनको गाना याद हो जाता था। उन्हें 5 साल की उम्र में ही सब गाने याद हो जाते थे। पवन सिंह ने अपने स्ट्रगलिंग लाइफ के बारे में बात करते हुए हाल ही में बताया था कि एक बार उन्होंने अपने भाई की किताब से 10 रुपए चुरा लिया था  जिसके बाद उनके भाई ने उनकी जबरदस्त पिटाई किया था। पवन सिंह ने कहा था कि, उन्हें आज भी वो दिन अच्छे से याद है कि जब वो अपने बड़े भाई के किताब से 10 रूपए चुराए थे और उस दिन उनके बड़े भईया ने उन्हें बहुत पिटा था और अब वही लड़का आज सलीम सुलेमान के साथ काम कर रहा है तो ये उनके लिए सौभाग्य की बात है।

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