रितेश पांडे की हिस्ट्री और परिवार की कहानी


July 31, 2021

रितेश का भोजपुरी इंडस्ट्री में आने का ये सफर संघर्षो से भरा था। उन्होंने कभी भी हार नहीं मानी| अपनी काबिलियत और  मेहनत के दम पर रितेश पांडेय आज पूरे भोजपुरी इंडस्ट्री में एक पहचान बना चुके है |

रितेश पांडे भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री के एक प्रमुख अभिनेता और गायक हैं। उनका जन्म 14 मई 1991 को बिहार के सासाराम में हुआ था। रितेश पांडे ने अपनी उच्च शिक्षा काशी विद्यापीठ (वाराणसी) से पूरी की। भोजपुरी फिल्मों में अभिनय करने से पहले, उन्होंने भोजपुरी संगीत एल्बम सांग में अपना करियर शुरू किया। उन्होंने दो दर्जन से अधिक भोजपुरी संगीत एल्बमों में गाया है। रितेश का सबसे प्रसिद्ध गीत “पियावा से पहले हमर रहलू” है जिसने अन्य भोजपुरी एल्बमों की तुलना में यूट्यूब में देखने के सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए। उनका गाना “हैलो कौन” यूट्यूब पर 700 मिलियन से अधिक बार देखा गया और 2020 में ग्लोबल यूट्यूब म्यूजिक वीडियो चार्ट पर नंबर 1 पर पहुंच गया और अब तक का सबसे ज्यादा देखा जाने वाला भोजपुरी गाना बन गया।

रितेश पांडे ने पाखी हेगड़े के साथ बलमा बिहार वाला 2 (2016) में मैंन लीड के रूप में भोजपुरी फिल्मों में अपनी शुरुआत की। बाद में, उन्होंने करम युग, नचे नागिन गली गालू और ये हमर जान तोहरे माई बसेला प्राण जैसी ब्लॉकबस्टर फिल्में देकर भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री में अपनी जगह मजबूत की।

शुरुआत में रितेश पांडेय के परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी इसलिए उनके पिताजी पूरे परिवार के साथ बनारस चले गए | उनके पिता जी बनारस के एक स्कूल में पढाते थे। रितेश पांडेय की स्कूलिंग उसी स्कूल से हुई जहाँ उनके पिता जी पढ़ते थे। 

रितेश ने बायोलॉजी सब्जेक्ट में अच्छे अंको के साथ 12 वी कक्षा पास की थी | 12 वी में अच्छे अंक आने के बाद  रितेश के पिता ने उनको कोटा में मेडिकल की तैयारी करवाने का फैसला किया था  पर रितेश पांडेय की इसमें कोई इंटरेस्ट नहीं थी| क्योंकि रितेश पांडेय ने सिंगिंग में अपना करियर बनाने का फैसला कर लिया था | रितेश का परिवार उनके इस फैसले से खुश नही थे पर वो पीछे नहीं हटे और मेहनत करने लगे | 

पढाई पूरी करते ही उन्होंने खुद का एल्बम रिलीस किया और उन्होंने उनका पहला गाना बनारस की एक स्टूडियो में  रिकॉर्ड किया था। इस एल्बम को जनता का अच्छा रिस्पॉन्स नही मिला था और रीतेश पांडेय के पैसे भी दुब गए थे |  पैसो की कमी के कारण रितेश पांडेय को 2 साल तक उसी स्टूडियो में रहना पड़ा था और वो उस स्टूडियो में रह कर रिकॉर्डिंग भी सीखे |उन्होंने अपने सिंगिंग करियर की शुरुआत भोजपुरी एल्बम से की थी जो 2010 में रिलीज़ हुई थी।

उसके बाद रितेश पांडे ने अपना एक और गाना ‘ ‘करुआ तेल’ रिकॉर्ड किया जिसकी कैसेट उन्होंने खुद बेचीं | उस गाने पर लोगों के अच्छे रिस्पांस मिला था | इसके बाद उनको कई भोजपुरी गानो के ऑफर भी मिलने लगे और अभी तक भोजपुरी में कई हिट गाने गा चुके है |

रितेश पांडेय के माता पिता बिहार के एक गाँव सासाराम में रहते है | उनके एक बड़े भाई और एक बहन भी है |

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