बड़हरा के एकवना गांव में बीते रविवार को सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान हुई घटना में भोजपुरी गायक सह अभिनेता राकेश मिश्रा पहली बार मीडिया के सामने आये और उस घटना को साजिश बताया। वहां हालत उल्टे चोर कोतवाल की साजिश वाली थी। उन्होंने कहा कि एकवना गांव में हुई घटना एक सुनियोजित साजिश है। उस गांव में छठ पूजा कमेटी ने अपनी गलतियों को छुपाने के लिए सारा दोष मुझ पर मढ़ दिया और लोगों को गुमराह करने के प्रयास किया। मुझ पर हमला पूरी तरह से सुनियोजित साजिश थी। वहां कायरता वाले कृत के दौरान मेरे गाड़ी से पैसों भी उड़ाए गए और मेरे दोस्त के गले का चैन छीना गया।
राकेश मिश्रा ने फेसबुक लाइव में आकर पूछा कि क्या कलाकार इंसान नहीं होते ? उनके साथ इस तरह का सलूक जायज नहीं है। आगे कोई भी कलाकार वहां प्रोग्राम नहीं करेगा। हम बीते 17 सालों से प्रोग्राम कर रहे हैं, जहां लाखों भोजपुरी के श्रोता और फैंस हमें खूब प्यार देते रहे हैं। आज तक कभी मेरे साथ ऐसी घटना नहीं हुई थी। लेकिन उस दिन एकवना गांव में पूरी साजिश के तहत हमें बदनाम करने के लिए पीछे से मेरी गाड़ी पर ईंट फेंकवाया गया और ये अफवाह फैलाया गया कि राकेश मिश्रा पर हमला हुआ। राकेश मिश्रा अस्पताल में भर्ती है।
उन्होंने उस दिन की घटना का भी जिक्र किया और कहा कि प्रोग्राम के दिन में एकदम समय से वहां पहुंच गया था। लेकिन मेरे पैसे पूरे मुझे नहीं मिले थे, फिर भी इमोशनली मैं प्रोग्राम के लिए वहां गया। वहां कई तरह की गड़बडि़यां थी, जिसका ठीकरा उन्होंने साजिश के तहत मुझ पर फोड़ा। वे कितने गिरे हुए कमेटी वाले लोग हैं, जिन्होंने मुझ पर शराब पीने का आरोप लगा कर बिहार के सुशासन का भी मजाक बनाया और प्रशासन के लोगों को भी कटघरे में खड़े किया।राकेश मिश्रा की पिटाई हुई है। अरे, शर्म करो। इस तरह के घटिया काम करने वालों राकेश मिश्रा के चाहने वालों को सब पता है कि वह सबको कितनी इज्जत देता है। उसके बाद अफवाह फैलाई, जबकि मैं उस दिन प्रोग्राम के बाद रात भर अपनी नई फिल्म इच्छाधारी की डबिंग कर रहा था और फिर फ्लाइट लेकर अपनी दूसरी फिल्म के लिए रवाना हुआ था। उन्होंने कहा कि मैं दिन रात अपने चाहने वालों के लिए काम करता हूं, जिस पर मुठ्ठीभर गुंडे के कारनामे हावी नहीं हो सकते। यह मेरे फैंस ने उनलोगों को सोशल मीडिया पर जवाब देकर बता दिया है।