लोग हमेसा कहते है अगर भोजपुरी फिल्म सिनेमा में हिट होना है तो इंडस्ट्री में अच्छे कनेक्शन होने चाहिए लेकिन कुछ लोग ऐसे भी होते है अपनी मेहनत और टेलेंट के दम पर इस धारणा को गलत साबित करने की ताकत रखते है और आज हम ऐसे ही एक शानदार सिंगर और अभिनेता के बारे में बात करेंगे
जिसने इस धरना को तो गलत किया साथ ही साथ अपने खुद के टैलेंट के दम पर लाखो नहीं बल्कि करोडो फैंस बनाये साथ ही साथ अपनी लाइफ स्टोरी से लोगो को मोटीवेट भी किये है
आज हम बात कर रहे है भोजपुरी सिंगर और एक्टर अरविन्द अकेला कल्लू के बारे में जिनका जन्म वैसे तो बहुत साधारण परिवार में हुआ लेकिन उन्होंने खुद के मेहनत और लगन के दम पर इंडस्ट्री में अपना एक अलग ही नाम बना लिया कल्लू का जन्म २६ जुलाई 1997 बक्सर के अहिरौली जैसे छोटे गांव हुआ वैसे कल्लू के परिवार में उनके पिता को छोड़ के किसी को भी गीत संगीत पसंद नहीं था कल्लू के पिता जी एक रंगमंच में काम करते थे जिसके कारन उनको भी गाना गाने का भूत सवार हो गया कल्लू बचपन से भोजपुरी सुपर स्टार पवन सिंह के गाने सुनते थे और उनके गाने गाते थे कल्लू की पढाई लिखाई कुछ खाश नहीं हो पाई पर उनको क्रिकेट खेलना बहुत पसंद था
कल्लू उस समय पवन सिंह से बहुत प्रभावित थे कल्लू का पहला एल्बम गवनवा कइहा ले जइबा ना इस गाने को ( बी सीरीज ) कम्पनी द्वारा रिलीज किया गया था आपको बता दे की कल्लू के इस गाने को पवन सिंह के गाने महाबोधि ये राजा गाने के धुन पर बनाया गया था और कल्लू का ये गाना हिट भी हुआ था
कल्लू अपने गांव से 200 किलोमीटर दूर अपने पापा के साथ मोटरसिकिल से सुबह 4 बजे गाने की रिकॉर्डिंग करवाने जाते थे फिर वापस लौट के रियाज भी करते थे इस तरह उन्होंने अपनी गायिकी को अपनी मेहनत के दम पर तरासे है कल्लू एक मात्र ऐसे सिंगर है जो सबसे कम उम्र में ही लोगो ने उनको सुपर स्टार बना दिया मात्रा 7 वर्ष की उम्र से वो गाना गा रहे है लगभग 11 साल से वेव कम्पनी के लिए एलबम्स दे रहे है.