किसी ने भोजपुरी का अनगढ़ हीरा कहा तो किसी ने भोजपुरी का शेक्सपियर भिखारी ठाकुर ने भोजपुरी लोक संस्कृति को जो ऊँचाई दी वह सदियों तक याद रखा जाएगा पर भिखारी ठाकुर के विलुप्त हो रही परंपराओं को भोजपुरी की चर्चित गायिका कल्पना ने पुनर्जीवित किया मेरा सौभाग्य रहा कि एक शोधार्थी के रूप में और एक सूत्रधार की भूमिका में कई मंचो पर मैंने कल्पना जी के संग भिखारी ठाकुर से जुड़ी स्मृतियों को जनमानस को बताया उनके भूले बिसरे गीतों को संजोने में भूमिका निभाई.
में मुंबई में पली बढ़ी और बिहार को अपनी कर्मस्थली बनाने वाली लुगाई का कल्पना ने भिखारी ठाकुर की परंपरा को आगे बढ़ाया है भिखारी ठाकुर के जन्मतिथि पर उनकी स्मृतियों को सजाने वाले सभी लोक कलाकारों कि आभार.