सुजीत के गाने सिर्फ वर्ल्डवाइड रिकार्ड्स से ही होंगे रिलीज


April 18, 2019

भोजपुरी सिने संगीत में नई क्रांति लेकर आई सुप्रसिद्ध म्यूजिक कम्पनी वर्ल्डवाइड रिकार्ड्स भोजपुरी प्रतिभाशाली गायक कलाकारों को देश-दुनियां में मुकम्मल स्थान दिलाना चाहती है और उन्हें प्रोमोट भी करना चाहती है। इसी क्रम में भोजपुरी लोकगीत, हिन्दी, गज़ल, गायक तथा सा रे गा मा पा रंगपुरवईया विजेता सुजीत गौतम को वर्ल्डवाइड रिकार्ड्स भोजपुरी म्यूजिक कम्पनी  रत्नाकर कुमार ने अनुबंधित किया है। आगे भी मैं इसी कंपनी से गाता रहूंगा।उल्लेखनीय है कि सुजीत गौतम के पिता दिनेश कुमार गौतम हैं। वे ग्रा. हरिनाथपुर, पो. बरही नेवादा, जि. वाराणसी, उत्तर प्रदेश के मूल निवासी हैं। उन्होंने गुरू श्री ईस्लाम ‘बावरा’ से 12 साल तक संगीत की प्राथमिक शिक्षा दीक्षा लिया तथा गुरू की छत्रछाया में रहकर संगीत कार्यक्रम भी किया। संगीत शिक्षा उन्होंने अन्य गुरूओं विदुषी सुचरिता गुप्ता, वाराणसी, डॉ. विजय कपूर, वाराणसी तथा पं. ओमकार नाथ उपाध्याय, भदोही से भी लिया


अब से सुजीत गौतम के आने वाले सभी अलबम के गाने इसी म्यूजिक कम्पनी से रिलीज किये जाएंगे। जिसे सुचारु रूप से कम्पनी द्वारा प्रोमोट भी किया जायेगा।सुजीत का कहना है कि मेरा गाया हुआ अल्बम का गाना ‘घर आजा परदेसी सवरिया’ हाल ही में वर्ल्डवाईड रेकॉर्ड्स भोजपुरी म्यूजिक कंपनी से रिलीज हुआ है, जिसका रिस्पॉन्स बहुत अच्छा मिला है। कंपनी के ओनर ‘रत्नाकर कुमार’ का मैं तहेदिल से धन्यवाद देना चाहता हूँ, जिन्होंने मुझे कम्पनी से गाने का अवसर दिया। । सुजीत गौतम की शैक्षिक योग्यता की बात की जाय तो उन्होंने बी.ए. बीएड सन् 2012 में, गायन में संगीत प्रभाकर सन् 2014 में इलाहाबाद से, संगीत विशारद एम ए सन् 2016 इलाहाबाद से पूरी की है। उन्होंने वाराणसी में दो वर्ष तक संगीत अध्यापन का कार्य निवेदिता शि.स. बालिका इण्टर कालेज में किया है। सनबीम एकेडमी में बतौर संगीत अध्यापक का कार्य करने के साथ साथ बाबतपुर में संगीत क्लास का भी संचालन किया है।


गौरतलब है कि सुजीत गौतम ने सन् 2016 से 2018 तक वरूणा महोत्सव, वाराणसी, गंगा महोत्सव, वारणसी, चलो मन गंगा जमुना तीर ‘सांस्कृतिक कार्यक्रम 2017 इलाहाबाद, गोमती महोत्सव, जौनपुर, शीतला चौकिया श्रृंगार महोत्सव, जौनपुर, प्रवासी महासंघ ‘छठ महोत्सव’ नोयडा में पदमश्री मालीनी अवस्थी के साथ संस्कृतिक कार्यक्रम में बतौर गायक मे हिस्सा लिया। इतना ही नहीं उत्तर भारतीय महासंघ नालासोपारा (ईस्ट) मुम्बई सांस्कृतिक कार्यक्रम में दो बार प्रस्तुति दी है। उन्हें ‘बदलापुर महोत्सव’ जौनपुर में ‘‘बेस्ट क्लासिकल सिंगर अवार्ड’’ से नवाजा गया है तथा हाथरस सांस्कृतिक महोत्सव में बेस्ट फोक सिंगर का अवार्ड मिला है। इसके अलावा इसी वर्ष उन्होंने सुल्तानपुर महोत्सव ‘‘ग़ज़ल इवेन्ट’’ में भी श्रोताओं का दिल जीत लिया। 24 जून 2017 में ‘‘सबसे बड़ा भोजपुरी टैलेन्ट शो ‘‘सा रे गा मा पा रंग पुरवईया’’ में 37 एपिसोड में परफॉर्म करके प्रथम स्थान प्राप्त किया तथा प्रथम विजेता भी बने। विजेता बनने के बाद फ़िल्म इंडस्ट्री में संघर्ष करना शुरू किया। इसी दौरान निर्माता, निर्देशक व संगीतकार राजकुमार पाण्डेय ने अपनी फिल्म ‘‘दुलहिन चाही पाकिस्तान से 2’’ में बतौर गायक चुना। उसके बाद संगीतकार अविनाश झा घुघरू ने अपनी म्युजिक कम्पनी लवली म्युजिक से गाना गवाया। संगीतकार मधुकर आनन्द के साथ भी उन्होंने एक एल्बम किया है। उनका गाया हुआ पदरेसी साजन, भूल ना पाओगे, माहे रमज़ान, सनम हरजाई, बम बम भोला मस्त है चोला, जवनिया छनन छन जरे, घर आजा परदेसी संवरिया, बेवफा गाने रिलीज हो चुके हैं।

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